चांद ने भेजी पायल नदी के लिए
है किनारे भी घायल नदी के लिए
पर नदी तो दीवानी समंदर की है
है समंदर भी पागल नदी के लिए... सरिता शर्मा की उम्दा पंक्तियां सुनें सिर्फ़ साहित्य तक पर.