मेरी तरह बताओ क्या तुम्हें भी मुझसे प्यार है
सवाल वो किया कि मैं जवाब में उलझ गई... मुमताज़ नसीम की बेहतरीन शायरी सुनें सिर्फ़ साहित्य तक पर.