सब कहते अबला बेचारी हूं,
मैं नारी हूं, हां मैं नारी हूं...श्रद्धा टिबरेवाल ने Mike ke Lal Kolkata में सुनाई कविता हां, मैं नारी हूं आप भी सुनिए सिर्फ साहित्य तक पर