तुम्हारे आने से युद्ध विराम की स्थिति आ जाती है
और शांति स्थापित हो जाती है,
दुर्गा लगने वाली पत्नी साक्षात लक्ष्मी लगने लगती है..
इन पंक्तियों से व्यंग्यकार डाॅ पिलकेन्द्र अरोरा क्या कहना चाहते हैं? सुनिए उनके इस व्यंग्य में, सिर्फ़ साहित्य तक पर.