Mahamrityunjaya Mantra: भगवान शिव के अनेक स्वरूप हैं. उसमें भगवान शिव का एक रुप है महा-मृत्युंजय स्वरूप, जिसमें भगवान शिव अपने हाथों में अमृत लेकर अपने भक्तों की रक्षा करते हैं. इसी स्वरूप को महा-मृत्युंजय स्वरूप कहा जाता है. भगवान के इस रूप से आयु की रक्षा और रक्षा की प्रार्थना की गई है...तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, मृत संजीवनी महामृत्युंजय मंत्र क्या है ?...