शाप शब्द का अभिप्राय क्रोधपूर्वक किसी के अनिष्ट के लिए कोई बात कह देना है. शाप का विलोम शब्द आशीर्वाद है. प्राचीनकाल में ऋषि-मुनि किसी व्यक्ति या देवताओं को शाप या आशीर्वाद दे देते थे, जो तत्काल ही फलीभूत हो जाता था. फिर काफी विनती करने पर वे शाप से मुक्ति का समाधान भी बता देते थे. महर्षि दुर्वाषा तो शाप देने के लिए ही प्रसिद्ध रहे हैं. शाप का असर ये है कि आप चाहे कितने भी आशीर्वाद से सुखी -सम्पन्न रहे पर एक शाप के लगते आपकी सारी खुशियाँ ख़त्म हो जाती हैं...आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, शाप क्या होता है और कैसे जानें कि आपके जीवन में शाप है ?..