नीचस्थ मंगल तीसरा सबसे अशुभ योग है. जिनकी कुंडली में यह योग बनता है, उन्हें अजीब परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है. इस योग में कर्क राशि में मंगल नीच का यानी कमजोर हो जाता है. जिनकी कुंडली में नीचस्थ मंगल योग होता है, उनमें आत्मविश्वास और साहस की कमी होती है...तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, नीचस्थ मंगल का अर्थ और प्रभाव क्या है ?...