पश्चिम दिशा के स्वामी भगवान शनिदेव होते हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को बहुत ही खास और प्रभावशाली ग्रह माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को बहुत ही खास और प्रभावशाली ग्रह माना जाता है। शनि को न्याय और कर्मफलदाता ग्रह माना गया है। यह व्यक्तियों को उनके द्वारा किए गए कर्मों के आधार पर ही शुभ या अशुभ फल देते हैं। जब किसी भी जातक की कुंडली में शनि देव अशुभ होते हैं तो व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियां आती हैं।...