कुंडली का पंचम, नवम और एकादश भाव पाचन तंत्र से सम्बन्ध रखता है. इसके अलावा चन्द्र सूर्य और राहु भी पेट से सम्बन्ध रखते हैं. चन्द्रमा जल और खाद्य का संतुलन बनाए रखता है. सूर्य खाने को पचाने में सहायता करता है. राहु आंतों की प्रक्रिया को संचालित करता है लेकिन मुख्य रूप से बृहस्पति ही पाचन तंत्र का स्वामी होता है...तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, ज्योतिष की मदद से पेट की समस्या कैसे दूर करें ?...