तुम आयीं जैसे... केदारनाथ सिंह: भारतीय साहित्य के निर्माता | Hari Mohan Sharma | Monograph | EP 701
दिल्ली हो कि पनामा
अपना ठाट यही है
कुर्ता और पजामा
अपनी तो यह होली
हिंदी में घुल जाए
टुक भोजपुरिया बोली...
- केदारनाथ सिंह
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आज की किताबः केदारनाथ सिंह: भारतीय साहित्य के निर्माता
लेखक: हरिमोहन शर्मा
प्रकाशक: साहित्य अकादेमी
पृष्ठ संख्या: 104
मूल्य: 50 रुपए
साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा.