UPSC की तैयारियों के बीच Love हो जाए तो? As Boys Become Men | Mukul Kumar's Novel 'आरोही' | EP 926 | Tak Live Video

UPSC की तैयारियों के बीच Love हो जाए तो? As Boys Become Men | Mukul Kumar's Novel 'आरोही' | EP 926

'आरोही' मुकुल कुमार के अंग्रेज़ी में आये उपन्यास 'As Boys Become Men' का हिंदी रूप है. इसे सीधे-सीधे अनुवाद भी नहीं कह सकते, क्योंकि लेखक ने इसे अपनी प्रथम हिंदी रचना भी कहा है. उपन्यास में मिहिर तीन युवाओं की कहानी सुना रहा है, जिनमें से एक तो वह स्वयं है और बाकी दो हैं, उदय और संदीप. आप पहले ही अध्याय 'अतीत में प्रवेश' में देखेंगे कि अपने ही बारे में लिखते हुए मिहिर का मन उद्‌गार से कितना भरा है. उसके दिमाग में निरंतर एक हलचल सी मची रहती है. आगे उपन्यास में प्रवास, प्रेम, परिवार, दोस्ती-यारी, और खाने-खर्चे के संघर्ष के बीच यूपीएससी की परीक्षा और परीक्षार्थी जीवन और आसपास के वातावरण का शब्द-चित्र पाठक के लिए समस्त वातावरण को जीवंत कर देता है. हिंदी भाषी पाठक अपने आप को कहानी के नायकों में स्वयं को पाता है कि कैसे गांव-देहात, कस्बों से आए किशोर-किशोरियां अपने सपनों के साथ विश्वविद्यालयों के आस-पास छोटी-छोटी कोठरियों में रहकर न केवल देश की बड़ी परीक्षाओं में शामिल होकर अफसर बनते हैं, बल्कि जिंदगी का पाठ भी पढ़ जाते हैं.


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आज की किताबः आरोही

लेखक: मुकुल कुमार

भाषा: हिंदी

विधा: उपन्यास

प्रकाशक: प्रभात प्रकाशन

पृष्ठ संख्या: 208

मूल्य: 300


साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए उपरोक्त पुस्तक की चर्चा.