मां के आंचल सा बिछौना हो नहीं सकता | मां पर Padam Gautam की शानदार पेशकश | Sahitya Tak | Tak Live Video

मां के आंचल सा बिछौना हो नहीं सकता | मां पर Padam Gautam की शानदार पेशकश | Sahitya Tak

किमती से किमती बिस्तर पर सो लेना

मां के आंचल सा बिछौना हो नहीं सकता...

'मां' एक ऐसा किरदार है जो सभी के लिए खास होती हैं. पदम गौतम की शानदार पेशकश सिर्फ साहित्य तक पर.