Shabeena Adeeb New Ghazal | खामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है... Latest Mushaira
खामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है... शबीना अदीब की शानदार ग़ज़ल सुनें सिर्फ़ साहित्य तक पर.