Kumar Vishwas Poem | मैं काशी हूं...गीत गाकर Kumar Vishwas ने झुमा दी Banaras Ghat की जनता
अक्षर की गरिमा मुझमें है
हर सर्जन के अब तब में हूं... कुमार विश्वास का यह गीत सुन कर झूम गई बनारस की जनता. आप भी सुनिए सिर्फ साहित्य तक पर.