Iqbal Ashar Shayari | ढल गई उम्र तो ग़ज़लों पे जवानी आई | Latest Mushaira | Iqbal Ashar |Sahitya Tak
मुद्दतों बाद मयस्सर हुआ मां का आंचल
मुद्दतों बाद हमें नींद सुहानी आई...इकबाल अशर की बेहतरीन शायरी सुनें सिर्फ साहित्य तक पर.