Farhat Ehsas Shayari तू खूब झूठ बोल यकीं कर रहे हैं हम... New Mushaira | Sahitya Tak
कुछ भूल सी ज़रूर कहीं कर रहे हैं हम
कोई ज़रूरी काम नहीं कर रहे हैं हम... शायर फ़रहत एहसास की उम्दा शायरी सुनें साहित्य तक पर.