दीपावली में क्या है चांदी का महत्व और विशेष प्रयोग | Shailendra Pandey | Astro Tak
Diwali 2023: हर साल की तरह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या यानि दीपावाली का त्योहार देश भर में धूम धाम से मनाया जा रहा है. दिवाली पर लोग घर या दुकानों की साफ-सफाई करते हैं. मान्यता है कि मां लक्ष्मी को साफ-सफाई प्रिय है और मां लक्ष्मी का वास साफ-सफाई वाली जगहों पर ही होता है. दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का विशेष विधान है. इस दिन संध्या और रात्रि के समय शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी विघ्नहर्ता भगवान गणेश और माता सरस्वती की पूजा और आराधना की जाती है. पुराणों के अनुसार कार्तिक अमावस्या की अंधेरी रात में महालक्ष्मी स्वयं भूलोक पर आती हैं और हर घर में विचरण करती हैं. इस दौरान जो घर हर प्रकार से स्वच्छ और प्रकाशवान हो, वहां वे अंश रूप में ठहर जाती हैं इसलिए दिवाली पर साफ-सफाई करके विधि विधान से पूजन करने से माता महालक्ष्मी की विशेष कृपा होती है. लक्ष्मी पूजा के साथ-साथ कुबेर पूजा भी की जाती है....आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, दीपावली में क्या है चांदी का महत्व और विशेष प्रयोग..