शीर्ष पर पहुंचा देते हैं, कुंडली में बनने वाले ये योग | Shailendra Pandey | AstroTak
ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को देवगुरु कहा जाता है। यह मीन और धनु राशि का स्वामी है। इसे ज्ञान, संतान, धर्म एवं वृद्धि आदि का कारक ग्रह माना जाता है। किसी जातक की कुंडली में देवगुरू बृहस्पति अगर शुभ स्थान में बैठा हो तो यह उसके लिए राजयोग का निर्माण करता है और राजयोग के प्रभाव से व्यक्ति सफलता की ऊँचाइयों में पहुंच जाता है। उसे हर एक क्षेत्र में बड़ी कामयाबी मिलती है। तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि बृशीर्ष पर पहुंचा देते हैं, कुंडली में बनने वाले ये योग...